आत्महत्या(कविता) -By Roshni Kumari

 Roshni kumari
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 आत्महत्या(कविता) -By Roshni Kumari

प्रेम भाव से रहना ही शुद्ध विचार है आ

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त्महत्या नही

किसी भी चीज का उपचार है। आजकल जीवन में सब
आत्महत्या को अपनाते है वजह जानना चाहे तो अपनी
परेशानियां बताते है,ये दबाव नही नासमझता का प्रमाण
है,प्रेम भाव से रहना ही शुद्ध विचार है आत्महत्या नही
किसी भी चीज का उपचार है।आत्महत्या से दबाव कम
नही होती बल्कि बढ़ जाती हैं,ऐसी ऐसी खबरे देश और
पड़ोसी के दिल को छू जाती है,लोगो के बहुत कारण
होते है आत्महत्या करने के लेकिन हमे ये भी याद रखना
चाहिए की जीवन की खुशहाली ही हमारा सबसे बड़ा
श्रृंगार है।प्रेम भाव से रहना ही शुद्ध विचार है आत्महत्या
नही किसी भी चीज का उपचार है।
आत्महत्या से के वल इंसान की ही नही बल्कि आशाओं
की भी मौत होती है बाप का तो दिल टूटता ही है बल्कि
मां की भी आत्मा रोती है,जो दिल को दिल से जोर दे वो
ही तो प्यार है।प्रेम भाव से रहना ही शुद्ध विचार है
आत्महत्या नही किसी भी चीज का उपचार है।



 Roshni Kumari


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कि अगर उसकी कोई मजबूरी ना होती तो वो कभी बेवफा न होता,
बेवजह तुम्हारी जिन्दगी से कभी वो खफा न होता,
और क्यों दोष देते हो उसे बार बार,
क्योंकि अगर उसमें कोई खूबी न होती तो तुम्हे उससे प्यार इक दफा ना होता।

- Roshni Kumari

कि ध्यान से निर्णय लेना,
क्योंकि मैं तुम्हारे लिये दिन रात रोई,
तुझको याद करते करते ना जाने कितनो को हूं खोई,
और शायद अभी ये गलत लग रहा होगा,
लेकिन बाद में क्या पता मेरे जितना प्यार करना वाला मिले ना फ़िर कोई।

- Roshni Kumari

कि रोज आकर इजहार करते हैं,
घंटों भर तुम्हारा इंतजार करते हैं,
और हमें पता है कि नहीं मिलना है यहां कुछ,
पर फिर भी ना जाने क्यों हम तुमसे प्यार करते हैं।

- Roshni Kumari

किस्मत तो सबकी लिखी होती है,
बस फर्क इतना है कुछ की कलम हमारी होती है,
कुछ की उनकी मुट्ठी में हमारी किस्मत होती है।

- Roshni Kumari

रिश्तों में वफ़ा नहीं रही,
दिलों में दर्द नहीं रहा,
जिंदगी अब पहले जैसी,
बस वो पहला सा मज़ा नहीं रहा।

- Roshni Kumari

मुस्कुराना तो आता था हमें भी बहुत,
पर जब से देखा है तुम्हें,
बिन मुस्कुराए गुजर नहीं होती।

- Roshni Kumari


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Nice Post

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